निषिद्ध भोजन
मुकेश ‘नादान’ एक दिन नरेंद्र होटल में खाना खा आया और आकर श्रीरामकृष्ण देव से कहा, “महाराज, आज एक होटल में, साधारण लोग जिसे निषिद्ध कहते...
निषिद्ध भोजन
स्वप्न
ईश्वर के प्रति विद्रोह
पिता का देहांत
नरेंद्र की जीत
अँगरेजी भाषण
जीवन का लक्ष्य
नरेंद्र की परीक्षा
महर्षि देवेंद्रनाथ से भेंट
ब्रह्मसमाज का त्याग
गुरु-शिष्य का प्रेम
गुरु-शिष्य मिलन
गुरु की व्याकुलता
ईश्वर क्या है?
गुरु की उदासी
सच्चा गुरु
सच्चे गुरु की तलाश
सत्य की खोज
दंड का अधिकारी
शिक्षक का कोप