भीगी रातें
ग़ज़ल भीगी रातें शालिनी श्रीवास्तव 'शानु' छोटी लंबी तारों वाली, ख़्वाबों वाली रातें, ज़ाया कर दी मैंने तुझ पर जाने कितनी रातें। तिरे...
भीगी रातें
When shadow disappear
मैं कवि हूं …
शैफ
WE & THEY
घर का भेदी
गिद्ध
ध्यान
जिम्मेदारी
परिंदे की जात
मौन अखरता है।
घर की याद
विवेकानंद का जन्म
असली दौलत
जग में जीना
एक जैसे दु:ख
अंतिम मुलाकात
तमाशा
अश्लीलता
कौन तार से बीनी चदरिया