खाली कश्ती लाख थपेड़े
डॉ. जहांन सिंह “जहांन” गरीबी और बेरोजगारी को लादे, जीवन में कुछ करने की तीव्र इच्छा लिये एक नौजवान कानपुर आता है। एक पिछड़े गाँव एवं अभाव...
खाली कश्ती लाख थपेड़े
बड़े पापा
पहाड़ों की परी
मेरी चारुलता
मेरा गीत
निश्चिन्ती
भला कौन?
एक जादुई घर
एक गृहणी
प्यास सच्ची गिलास झूठा
हम तुम और वो
पहला मानसून
आधार
हृदय का स्पंदन
अधूरी कहानी
घर वापसी
रिश्ता
डोर
एक कहानी, अपनी भी
लक्ष्मण रेखा