Rachnakunj .Mar 22, 20234 min readएक कहानी, अपनी भीडॉ. कृष्ण कांत श्रीवास्तव आज कल्पना की शादी पक्की हो जाती है। लड़का भी सरकारी बैंक में अच्छे पद पर है। भावनाओं के सागर में हिचकोले लेती...
Rachnakunj .Feb 7, 20236 min readलक्ष्मण रेखा"मंगलम भगवान विष्णु, मंगलम गरूडध्वज, मंगलम पुण्डरीकाक्ष, मंगलाय तनो हरि!!" हॉल में पंडित जी के पवित्र वेद मंत्रों की ध्वनि गूँज रही थी ।...
Rachnakunj .Jan 1, 202311 min readएक लड़की पहेली सीटाइपिंग कोचिंग सेंटर में विजय का पहला दिन था। वह अपनी सीट पर बैठा टाइप सीखने के लिए नियमावली पुस्तिका पढ़ रहा था। तभी उसकी निगाह अपने...
Rachnakunj .Dec 30, 202210 min readठिठकी हुई धूपवह बारजे पर आई तो उसकी नजर छज्जे पर ठिठक कर बैठे धूप के टुकड़े पर पड़ी। वह किसी भी पल फिसल जाने को आतुर था। ठीक उसके जीवन की खुशियों...
Rachnakunj .Dec 29, 20222 min readपूर्णत्वशिवम् की शादी की उम्र बीती जा रही थी। मां उसे समझाती- "बेटे, स्त्री घर की ऊर्जा होती है। उसके बिना पुरुष के लिए अकेले जीवन बिताना बहुत ही...
Rachnakunj .Dec 27, 20227 min readएक हमसफर ....प्रतापगढ़ से लालगंज का सफर बहुत कष्टदायक था। मेटाडोर यात्रियों से खचाखच भरी थी और तेज ठंड में भी उमस और उलझन महसूस हो रही थी। हर तरह की...
Rachnakunj .Dec 21, 20224 min readरूसेड़ी बीनणीजब कभी कुछ भी न चल रहा होता है, तब बहुत कुछ मौन होकर घटा करता है। हर घटनाओं का अंत दुखांत हो यह जरूरी नहीं। अचानक आँख खुली...! अरे! रात...
Rachnakunj .Nov 1, 20225 min readअंतिम बार"बाबू, ई प्योर शीशम के लकड़ी हौ।चमक नहीं देखत हौ, और हल्का कितना हौ लईकन सब पचासों साल बैठी तबो कुछ ना होई। "सीताराम बढ़ई की कही ये...