Rachnakunj .Oct 9, 20234 min readअदल बदलआचार्य चतुरसेन शास्त्री का उपन्यास चैप्टर 1 माया भरी बैठी थी। मास्टर हरप्रसाद ने ज्योंही घर में कदम रखा, उसने विषदृष्टि से पति को देखकर...
Rachnakunj .Sep 7, 20237 min readगोदानमुंशी प्रेमचंद होरीराम ने दोनों बैलों को सानी-पानी देकर अपनी स्त्री धनिया से कहा-गोबर को ऊख गोड़ने भेज देना। मैं न जाने कब लौटूँ। ज़रा...
Rachnakunj .Aug 25, 20236 min readपरिणीताChapter- 01 शरत चंद्र चट्टोपाध्याय लक्ष्मण की छाती पर जब शक्ति-बाण लगा होगा, तो ज़रूर उनका चेहरा भयंकर दर्द से सिकुड़ गया होगा, लेकिन...
Rachnakunj .Aug 3, 20233 min readचंद्रकांताचंद्रकांता देवकीनंदन खत्री बयान – 1 शाम का वक्त है। कुछ-कुछ सूरज दिखाई दे रहा है। सुनसान मैदान में एक पहाड़ी के नीचे दो शख्स वीरेंद्र...