संस्कार
ब्रिज उमराव जन्म प्रक्रिया से शूदक हो, संस्कार से होता पावन। प्रेम प्यार स्नेह समर्पण, अन्तर्मन होता उत्प्लावन।। संस्कार से सेवित...
संस्कार
प्यार जितना पुराना। उतना ही सुहाना है।
ज़िंदगी अरमान बनके गुनगुनाई
कितना मुश्किल है...
सबसे प्रेम किया
मातृभाषा की मौत
स्त्री की हत्या
एक पेड़ हमने लगाया
क्या कुछ बदला
संभावनाएँ
मोबाइल पर मुन्ना
नर हो, न निराश करो मन को
एक व्यक्ति
तुम्हारे साथ रहकर
My Lovely Son
अंतिम ऊँचाई
यादों के झरोखे से…
मेरी प्यारी अम्मा जी
महंगाई की मार
परिंदे की दास्तां