प्यार जितना पुराना। उतना ही सुहाना है।
डॉ. जहान सिंह जहान प्यार जितना पुराना। उतना ही सुहाना है। क्या हुआ अगर यह नया ज़माना है।। आज का प्यार तो बहुत बौना है। कुछ पल खेलने...
प्यार जितना पुराना। उतना ही सुहाना है।
कितना मुश्किल है...
तुम्हारे साथ रहकर
मेरी प्यारी अम्मा जी
प्यार के एहसास
मेरी बेटी
खुद को पढ़ रहा हूँ
खुशी के वो पल
फूल पलाश के ले आना
बेपनाह मुहब्बत
मुस्कान
जज़्बात
बारिश
बेवफ़ाई
वो प्यार नहीं कर पाएंगे
चाँदनी रात में…
मेरे नैना
खोजता हूँ
सच्चा आईना
मन का मीत