जिंदगी
सुरेंद्र गुप्त सीकर मेरे संग आगे-आगे जाती हुई लड़की मेरे संग पीछे-पीछे आती हुई लड़की रोती हुई रूठी और मनाती हुई लड़की पल-पल मृदु मुस्काती...
जिंदगी
समर्पण
मृगतृष्णा
प्यार के एहसास
नगाड़ों में तूती-नाद
मंगल कामनाएँ
अपना बचपन
मेरा कवि मेरा कमाल
मेरी बेटी
ख्वाब
खुद को पढ़ रहा हूँ
किस घर की बेटी
यादों और सौगातों में नीम
मेरा कवि मेरा कमाल
सच की राह
नगाड़ों में तूती-नाद
इंकलाब लिखता हूँ।
वक़्त
बरस से बातें
REFUGEE