समर्पण
प्राची मिश्रा आराधन तुम प्रियवर मेरा हियवंदन नित करते जाना जीवन का तुम आधार प्रिये तृण तृण हमको ढलते जाना। किस ओर चला ये मन मेरा किसने...
समर्पण
मृगतृष्णा
प्यार के एहसास
नगाड़ों में तूती-नाद
मंगल कामनाएँ
अपना बचपन
मेरा कवि मेरा कमाल
मेरी बेटी
ख्वाब
खुद को पढ़ रहा हूँ
किस घर की बेटी
यादों और सौगातों में नीम
मेरा कवि मेरा कमाल
सच की राह
नगाड़ों में तूती-नाद
इंकलाब लिखता हूँ।
वक़्त
बरस से बातें
REFUGEE
शीत ऋतु