Rachnakunj .Jan 28, 20231 minMy Mother My GodRao Yashvardhan Singh My Mother My God My mother is my friend My mother is my god I will serve her love her I won’t go abroad She hugs me...
Rachnakunj .Jan 22, 20231 minबेकरार दिलप्रेम नारायण बहुत गंवाया मैंने तेरी बेखुदी से कभी शोहरत मिली तो कभी बदनामी मिली सिर्फ तेरी नाकामी से हमने न कभी चाहा था तेरी दुनियां से...
Rachnakunj .Jan 21, 20231 minबरखा ऋतुप्रदीप श्रीवास्तव बरसे बरखा सुहानी रे.... आई ऋतुओं की रानी रे..... सावन के महीने में, झूलों की कहानी रे...... बरसे बरखा............ जब...
Rachnakunj .Jan 21, 20231 minबंधन सम्पदा ठाकुर मैं बांध नहीं रही तुम्हें किसी बंधन में ना करवा रही तुमसे कोई करार बेफिक्र रहो तुम हो आजाद पर मुझे मत रोको यार जिस बंधन में...
Rachnakunj .Jan 20, 20231 minइस नदी की धार में...दुष्यंत कुमार इस नदी की धार में ठंडी हवा आती तो है, नाव जर्जर ही सही, लहरों से टकराती तो है। एक चिनगारी कही से ढूँढ लाओ दोस्तों, इस दिए...
Rachnakunj .Dec 26, 20222 minआधुनिक सचमियां-बीबी दोनों मिल खूब कमाते हैं तीस लाख का पैकेज दोनों ही पाते हैं सुबह आठ बजे नौकरियों पर जाते हैं रात ग्यारह तक ही वापिस आते हैं...
Rachnakunj .Dec 25, 20221 minमां तुम बहुत याद आती होमां तुम बहुत याद आती हो मैं जब भी देखती हूं मंदिर में माता की मूरत कोई करुणा तुम्हारी आंखों की मेरी आंखों में उतर आती है झर-झर बहते हैं...
Rachnakunj .Oct 1, 20221 minभावात्मक स्मृतिउनकी उंगली पकड़कर स्कूल जाना, जैसे कल की बात हो, नए खिलौनों की जिद करना और फिर पा जाना जैसे कल की बात हो, ऑफिस से लौटते ही मेला दिखाने की...