आखिरी प्रणाम
सुरेश बाबू मिश्रा रमनदीप उस झाड़ी की तलाश कर रहा था जहां उसने बैग में अपना लैपटाप छुपा कर रखा था। रमनदीप को अच्छी तरह याद है कि उसने उस...
आखिरी प्रणाम
कफ़न
क्रोध
पानी की बूंद
चीखती आवाजें....
जीवन एक संघर्ष
सनकी
स्वीकृति
प्रायश्चित
नकली दोस्त
मानसिक रूप से सबल बने
और, रजनीगन्धा मुरझा गये..
हाथी और दर्जी
तर्पण
सीखना सतत प्रक्रिया है।
दुर्घटना
एक शिष्य का सफरनामा
दो रुपए
लस्सी का कुल्हड़
स्वाध्याय,जीवन की अनिवार्यता है।