संस्कार
ज़िंदगी अरमान बनके गुनगुनाई
एक पेड़ हमने लगाया
मोबाइल पर मुन्ना
My Lovely Son
अंतिम ऊँचाई
महंगाई की मार
परिंदे की दास्तां
नगाड़ों में तूती-नाद
मंगल कामनाएँ
मेरा कवि मेरा कमाल
यादों और सौगातों में नीम
सच की राह
शीत ऋतु
क़दम मिला कर चलना होगा
लक्ष्य
एक परिंदे का खत, मेरे नाम।
दूध में दरार पड़ गई
आपके लिए
तृप्त हो जाती
अज्ञानी
कर्मों की दौलत
अपना देश
तिरंगा हम फहरायेंगे
नमन मां शारदे
मौत से ठन गई
बदरा कहां गए
मां तुम कितनी सुंदर हो।
इम्तिहान
Relationships
मैं मदिरालय हूं।
मोबाइल और बच्चे
आलात
लौट जाते हैं, अब
अपनों की यादें
चुभन
परिहास
मुस्कान
अंतर्जातीय प्रेम विवाह
ग़म गुसार
OH! MOTHER EARTH!
माई नेम इज स्मार्टफोन
खुशनुमा लम्हें
MORNING SUN
JIMMY YOU ARE SWEET
Earth
When shadow disappear
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