विभा गुप्ता
'रॉयल क्लब' का हॉल मेहमानों से भरा हुआ था। हॉल की दीवारों पर रंग-बिरंगी बत्तियाँ जगमगा रही थी। एक-दूसरे का हाथ थामे दीपक और आरती जब मंच पर आये तो उपस्थित लोगों ने तालियाँ बजाते हुए दोनों को शादी की पच्चीसवीं सालगिरह की बधाई दी। उन्हीं में से एक ने पूछ लिया, "भाई दीपक....तुम्हारी हैप्पी मैरिड लाइफ़ का राज़ क्या है?"
हँसते हुए दीपक बोला," खूबसूरत झांसा...!"
"ये” खूबसूरत झांसा 'क्या है...ज़रा हम भी तो सुने...।" फिर हॉल में शांति छा गयी और दीपक कहने लगा, "नौकरी लगते ही मेरे पापा मेरी शादी के लिये लड़की तलाश करने लगे। उसी समय मेरे रिश्ते के एक चाचा ने हमें आरती के बारे में बताया। वो हमें आरती की तस्वीर दिखाकर उसकी सुन्दरता, शिक्षा और अच्छे स्वभाव के बारे में बताने लगे। आरती हम सभी को पसंद आ गई थी। कुछ महीनों पहले चाचा की मेरे पापा से अनबन हुई थी, इसलिए मम्मी को उनके कहे पर विश्वास नहीं हुआ लेकिन आरती से मिलकर मम्मी आश्वस्त हो गई और हमारा विवाह हो गया।
शादी के बाद मैंने नोटिस किया कि आरती बोलते-बोलते अचानक हकलाने लगती है। मेरे पूछने पर उसने बताया कि बचपन में हुई एक दुर्घटना के कारण वह कभी-कभी हकलाने लगती है। अपने साथ हुए इस धोखे का गुस्सा मैंने अपने सास-ससुर पर निकाला। उन्होंने कहा कि आपके चाचा ने तो हमें यही बताया था कि आपलोगों को आरती की समस्या मालूम है। दरअसल चाचा ने दोनों परिवारों से झूठ बोला था। उन्होंने सोचा कि आरती की शादी कराकर उसके माता-पिता से रुपये ऐंठ लेंगे और गलत लड़की से मेरा विवाह कराकर वे मेरे पिता से अपने अपमान का बदला भी ले लेंगे।
अब तो मैं चाचा के झांसे में आ चुका था। कुछ दिनों तक मैं आरती से नाराज़ रहा लेकिन उसके सरल व्यहार ने हम सबका दिल जीत लिया था। कुछ समय के बाद हमने डॉक्टर से कंसल्ट किया। इलाज के बाद आरती के हकलाने की समस्या दूर हो गई। हमारे दो बेटे हैं। आरती पहले उनकी माँ थी, अब उनकी अच्छी मित्र है। दोस्तों...., उस दिन चाचा के झांसे में आने से ही तो मुझे इतनी अच्छी और प्यारी पत्नी मिली है जो मुझे समझती है, मेरे माता-पिता का ख्याल रखती है और मुझ पर अटूट विश्वास रखती है। इसलिए मैंने आपको 'खूबसूरत झांसा' कहा था।" मुस्कुराते हुए दीपक ने आरती की आँखों में देखा जिसमें दीपक के लिये अथाह प्यार था। सबने फिर से तालियाँ बजाकर दोनों को बधाई और शुभकामनाएँ दी।
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